यूँ होता....तो क्या होता!

यहाँ आपको कुछ जन की और कुछ मन की बातें मिलेंगीं। सबकी मुस्कान बनी रहे और हम किसी भी प्रकार की वैमनस्यता से दूर रह, एक स्वस्थ, सकारात्मक समाज के निर्माण में सहायक हों। बस इतना सा ख्वाब है!

गुरुवार, 24 अगस्त 2023

देश की उम्मीदों का चाँद

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  यूँ तो 'चंद्रयान मिशन' की सफलता और इस मिशन की कल्पना से भी बहुत पहले हमने चाँद को अपना माना हुआ है और यह कोई छोटा-मोटा रिश्ता नहीं...
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कहीं हम अपनी स्वतंत्रता को हल्के में तो नहीं ले रहे?

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आज हम अपनी आधुनिक साज-सामानों से सुसज्जित जिस दुनिया में आनंद लेते हुए अपनी स्वतंत्रता का उत्सव मनाते हैं, वहाँ यह भी आवश्यक है कि कुछ पल ठह...
सोमवार, 7 अगस्त 2023

कुकर में उबलती लड़कियाँ (स्त्री की विनाश यात्रा)

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हम उस समाज का हिस्सा हैं जहाँ सती प्रथा का एक लंबा इतिहास रहा है। सर्वविदित है कि यह कोई धार्मिक प्रथा नहीं बल्कि एक कुरीति थी जिसमें पति की...
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गुरुवार, 4 मई 2023

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  ‘राजनीति’, एक ऐसा शब्द है जो न चाहते हुए भी हम सबके जीवन में पूरी तरह प्रवेश कर चुका है। जहाँ देखिए वहाँ केवल और केवल चुनाव की चर्चा! चुना...
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गुरुवार, 13 अप्रैल 2023

अधिनियम के बाड़े में फंसा सारस

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  आरिफ़ और सारस का किस्सा हम सभी जानते हैं। ‘वन्य जीव संरक्षण अधिनियम’ की दुहाई देकर सारस को आरिफ़ से अलग तो कर दिया गया लेकिन जिस तरह से उसे ...
गुरुवार, 16 मार्च 2023

चेतना को पुकारती, जंगल की आवाज

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सर्वप्रथम तो यह स्पष्ट कर दूँ कि भले ही ‘The Elephant Whisperers’ को लघु वृत्तचित्र की श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार मिला हो लेकिन इसे किसी उबाऊ...
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मंगलवार, 14 मार्च 2023

नाटू-नाटू के साथ जमकर नाचो!

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  खेतों की धूल में कूदते हुए बैल की तरह नाचो, तुम इस बजते हुए ढोल पर उड़-उड़कर नाचो। ऐसे नाचो जैसे चप्पल-जूते पहन छड़ी से लड़ते हैं। ऐसे नाचो कि...
सोमवार, 13 मार्च 2023

अमृत काल में स्त्रियों के मन की बात

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स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर अब तक राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं की भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता! जब-जब उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अव...
रविवार, 5 मार्च 2023

सुख की परिभाषा

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 इतने विशाल संसार में न जाने ऐसी कितनी वस्तुएं हैं जिनके न होने का दुख हमारे साथ चलता है। दुख न भी हो तो कम-से-कम उन्हें पा लेने की ख्वाहिश ...
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रविवार, 26 फ़रवरी 2023

जन्मदिन मुबारक़ अमदावाद!

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मीठे नमकीन सा शहर है, अहमदाबाद गुजरात का दिल यानी अहमदाबाद! 1960 से 1970 तक गुजरात की राजधानी रहने के कारण अब भी लोग इसे ही प्रदेश की राजधान...
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