गीत-संगीत की दुनिया इतनी विशाल और सुंदर है कि इसके बिना जीवन अधूरा ही लगता है। कई बार मैं सोचती हूँ कि हम सबको, इस देश के समस्त गीतकारों, गायकों और संगीतकारों का ऋणी होना चाहिए क्योंकि उन्होंने इस नीरस जीवन में जो रंग भरे हैं वह और किसी के बस की बात नहीं! जैसे पुस्तक हमारी सच्ची मित्र है, वही भूमिका संगीत की भी है। जहाँ संगीत की धुन है, वहाँ उस पर थिरकता एक हृदय भी अवश्य होता है। यह हमारा ऐसा साथी है जिसकी उपस्थिति से एक उदास मन भी खिल उठता है। कई बार हमें उदासी के सागर में डूबे रहना अच्छा लगता है तो उस समय यह भी हमारे कंधे पर सिर रख हमारे साथ हमारा दुख जीता है, तसल्ली देता है।
यहाँ आपको कुछ जन की और कुछ मन की बातें मिलेंगीं। सबकी मुस्कान बनी रहे और हम किसी भी प्रकार की वैमनस्यता से दूर रह, एक स्वस्थ, सकारात्मक समाज के निर्माण में सहायक हों। बस इतना सा ख्वाब है!
मंगलवार, 11 जनवरी 2022
मधुबन खुशबू देता है
अब कोई यह पूछे कि कौन सा गायक या गायिका सबसे प्रिय है तो मेरे पास इसका कोई उत्तर नहीं! संभवतः आपके पास भी नहीं होगा! इस मामले में हम लोग बहुत समृद्ध हैं और जब पूरा समंदर ही मोतियों से भरा हो, तो किसी एक को चुन पाना बस की बात रही ही कहाँ!
आज मैं यसुदास जी की बात करना चाहूँगी। जिनके गाए एक गीत ने मुझे सदैव ही प्रेरित किया है। आज भी करता है। 'मधुबन खुशबू देता है', यह एक ऐसा गीत है जिसे मैं दिन-रात लगातार सुन सकती हूँ। जितने खूबसूरत इसके बोल हैं, उतने ही शानदार संगीत से इसे सजाया गया है। अमित खन्ना के लिखे और उषा खन्ना जी द्वारा संगीतबद्ध किए गए इस गीत में यदि किसी ने जान फूंकी है तो वे हैं यसुदास जी। इसका एक-एक शब्द मोतियों की तरह लिखा गया है और उसे कोहिनूर बना दिया है उनकी मधुर आवाज़ ने। यह कोई सामान्य आवाज़ नहीं, रूह तक पहुँचने वाली पवित्र ध्वनि है।
'सूरज न बन पाए तो, बनके दीपक जलता चल /फूल मिलें या अँगारे, सच की राहों पे चलता चल'
ये शब्द भर रह जाते लेकिन यसुदास जी ने इनमें ऐसा जादू भर दिया है कि आप उम्र भर के लिए इन्हें अपना प्रेरणास्त्रोत मान बैठते हैं। 'दिल वो दिल है जो औरों को, अपनी धड़कन देता है /जीना उसका जीना है, जो औरों को जीवन देता है' अहा! यह कोई उपदेश नहीं लगता, बल्कि ऐसा बनने के लिए हृदय स्वयं आह्वान कर बैठता है। यह एक ऐसा गीत है कि जिसने भी इसे सुना, वह इसका दीवाना हो गया। यसुदास जी के गाए अन्य गीतों को याद करें तो ये दीवानगी बढ़ती ही चली जाती है।
उनके गीतों, व्यक्तित्व और पुरस्कारों से जुड़ी बहुत सारी बातें हैं कहने को। 10 जनवरी उनके जन्मदिवस पर, उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं देते हुए, उनके पंद्रह गानों की सूची भी साथ रख रही हूँ जो मुझे बहुत पसंद हैं। शायद आपको भी अच्छे लगते हों! याद कीजिए, इन गीतों को -
चाँद जैसे मुखड़े पे बिंदिया सितारा
सुरमई अंखियों में
सावन को आने दो
जब दीप जले आना
गोरी तेरा गाँव बड़ा प्यारा
आज से पहले आज से ज्यादा
कहाँ से आए बदरा
माना हो तुम बेहद हंसीं
खुशियाँ ही खुशियाँ हो दामन में जिसके
सुन-सुन गाँव की गोरी
तू जो मेरे सुर में
मोहब्बत बड़े काम की
जानेमन जानेमन
का करूँ सजनी
दिल के टुकड़े टुकड़े कर के
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