हमारे परमपूज्य श्री श्री 1008 इंटरनेट देवता जी का निवास-स्थान कहाँ है ? :O
मेरा उनसे विनम्र अनुरोध है कि वर्षा ऋतु में भी नियमितता बनाये रखें। जिससे कुछ गरीबों को सन्देश के आदान-प्रदान में असुविधा न हो ! आपकी उपस्थिति के बिना जीवन व्यर्थ है और दूरभाष पर होने वाले आर्थिक और मानसिक व्यय को बचाने में भी आप नितांत उपयोगी सिद्ध हुए हैं ! :)
हे, जन-जन के कष्ट निवारक!
समीपता और दूरी के समानता से संचालक!
मनोरंजनकर्ता, सबके मस्तिष्क के स्वामी !
आज के पावन दिवस पर आपको कोटिश: प्रणाम एवं ह्रदय से आभार ! :)
दक्षिणास्वरुप कुछ पुराने मोबाइल और माउस रख दिए हैं !
कृपादृष्टि बनाये रखना, बाबा !
आशीर्वाद दीजिये न बाबा ! :(
अरे हाँ, वो कष्ट-निवारण मन्त्र का जाप करते समय समोसा, एक खाऊँ या दो ? :P
******************************************************************************
मोरल : मेरा पूरे विश्व से निवेदन है कि आदरणीय सम्मानित श्री अंतर्जालीय देवता और सूचना संपादक परम भक्त श्रीमान गूगल देवता जी की पूजा-अर्चना के लिए एक धार्मिक स्थल का निर्माण किया जाए ! लेकिन :/ टेंशन यही है कि वो किस धर्म का होगा ! उफ्फ्फ, यहाँ तो सबका आना-जाना है, फिर अपन के लड़ने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं रहेगा ! हुँह, तो क्या फायदा रे ! :/ :(
- © 2015 प्रीति 'अज्ञात'. सर्वाधिकार सुरक्षित
मेरा उनसे विनम्र अनुरोध है कि वर्षा ऋतु में भी नियमितता बनाये रखें। जिससे कुछ गरीबों को सन्देश के आदान-प्रदान में असुविधा न हो ! आपकी उपस्थिति के बिना जीवन व्यर्थ है और दूरभाष पर होने वाले आर्थिक और मानसिक व्यय को बचाने में भी आप नितांत उपयोगी सिद्ध हुए हैं ! :)
हे, जन-जन के कष्ट निवारक!
समीपता और दूरी के समानता से संचालक!
मनोरंजनकर्ता, सबके मस्तिष्क के स्वामी !
आज के पावन दिवस पर आपको कोटिश: प्रणाम एवं ह्रदय से आभार ! :)
दक्षिणास्वरुप कुछ पुराने मोबाइल और माउस रख दिए हैं !
कृपादृष्टि बनाये रखना, बाबा !
आशीर्वाद दीजिये न बाबा ! :(
अरे हाँ, वो कष्ट-निवारण मन्त्र का जाप करते समय समोसा, एक खाऊँ या दो ? :P
******************************************************************************
मोरल : मेरा पूरे विश्व से निवेदन है कि आदरणीय सम्मानित श्री अंतर्जालीय देवता और सूचना संपादक परम भक्त श्रीमान गूगल देवता जी की पूजा-अर्चना के लिए एक धार्मिक स्थल का निर्माण किया जाए ! लेकिन :/ टेंशन यही है कि वो किस धर्म का होगा ! उफ्फ्फ, यहाँ तो सबका आना-जाना है, फिर अपन के लड़ने के लिए कोई मुद्दा ही नहीं रहेगा ! हुँह, तो क्या फायदा रे ! :/ :(
- © 2015 प्रीति 'अज्ञात'. सर्वाधिकार सुरक्षित